बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान को लू (heat stroke) लगने के बाद अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। Heat Stroke Shah Rukh Khan सूर्खियों में है। वैसे तो हर गर्मी के मौसम में लू लगने के मामले आते रहते हैं। लेकिन, इस बार मामला shah rukh khan से जुड़ा होने के बाद लोग इस पर विशेष तौर पर चर्चा रहे हैं।
आइए जानते हैं क्यों लगती है लू-
चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों के मुताबिक दो तरह के लू के मामले सामने आते हैं। पहला एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक, जो ज्यादा गर्मी के कारण होता है। दूसरा, नॉन एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक यह उम्र या किसी बीमारी की वजह से होता है। एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक ज्यादा गर्मी होने के कारण लगती है। अमूमन जब कोई गर्म मौसम में ज्यादा देर तक बाहर रहता है तो लू की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है। इसका प्रमुख लक्षण बेहोशी और भम्र के दौरे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसे मामलों में अगर तुरंत ध्यान नहीं दिया जाए तो आर्गन फेल होने, कोमा में जाने या मौत का खतरा भी होता है। जबकि, नॉन एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक का कारण उम्र या बीमारियां होती हैं। अपने शरीर के तापमान को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाने के कारण बुजुर्गों और बच्चों को लू का खतरा सबसे अधिक होता है।
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क्या है लू
हीट स्ट्रोक या लू की स्थिति में शरीर का तापमान 104 डिग्री से अधिक हो जाता है। ऐसी स्थिति में पसीना उत्पादन करने वाले तंत्र फेल हो जाते हैं। यह दशा पूरे शरीर पर कई प्रकार से नकारात्मक असर डालता है। यह मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
ज्यादा शराब का सेवन भी बढ़ाता है खतरा
अक्सर देखा जाता है कि दो लोग एक साथ बाहर निकले, इनमें से एक को लू लग गई जबकि, दूसरा एकदम ठीक रहता है। चिकित्सक बताते हैं कि जिन्हें शराब पीने की लत हो, जो पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं, जिन्हें हार्ट, किडनी से संबंधित बीमारियां होती हैं उन्हें heat stroke का खतरा अधिक रहता है।
Heat Stroke के उपचार
लू लगने के बाद तत्काल चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए। कुछ घरेलू उपचार भी तत्काल राहत पहुंचा सकते हैं। इसमें कच्चे आम का पना, इमली से तैयार पेय पदार्थ, एलोवेरा का जूस, नारियल का पानी, छाछ, पुदीना और धनिया का जूस या प्याज का रस पीने से राहत मिलती है। हालांकि, डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

- हीट स्ट्रोक के लक्षण
शुरुआत में व्यक्ति को पेट या मांसपेशियों में क्रैंप या खिंचाव जैसा महसूस हो सकता है।
चक्कर आना और सिर घूमना
गर्मी के बावजूद पसीना न आना
उल्टी होना।
बहुत तेज सिरदर्द
दिल की धड़कन तेज या कमजोर होना।
व्यवहार में परिवर्तन जैसे भ्रम, याददाश्त की समस्या होना।
हीट स्ट्रोक होने पर क्या करें?
- शरीर के तापमान को कम करने के लिए आवश्यक तरीकों का पालन करें और थर्मामीटर से तापमान की निगरानी करते रहें। शरीर को निर्जलित होने से बचाने के लिए पानी पिलाएं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए आवश्यक उपाय करते रहना जरूरी है। अत्यधिक गर्मी और इसके कारण होने वाली समस्याओं से बचाव के लिए कुछ उपाय जरूरी है।
1 हल्के रंग के ढीले-ढाले कपड़े पहनें।
2 निर्जलीकरण को रोकने के लिए दिन में कम से कम आठ गिलास पानी, फलों का जूस का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
3 सोडियम की कमी के कारण गर्मी से संबंधित बीमारियां भी हो सकती हैं। इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय का सेवन करें।
4 व्यायाम करते समय या बाहर काम करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें
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देहरादून में तापमान 40 पार पहुंचा
देहरादून में भी पारा 40 पार कर गया है। डॉक्टरों का कहना है कि 40 पार के तापमान में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल,कुछ वर्षों से पहाड़ी राज्य के मैदानी इलाकों मे हीट स्ट्रोक के मामले पहले की अपेक्षा बढ़ गए हैं। ऐसा जलवायु परिवर्तनक े कारण हो रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक, ऐसे मौसम में बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल की जरूरत है।
बच्चों का ऐसे रखें ध्यान
ऐसे मौसम में बच्चों की खास देखभाल की जरूरत होती है। देहरादून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कहते हैं- बच्चे खेलते समय धूप छांव कुछ नहीं देखते, ऐसे में धूप में खेलना उनके लिए खतरनाक हो सकता है। बच्चों को हमेशा पानी पीने की आदत डालनी चाहिए। ताकि, वे हाइड्रेटेड रहें। साथ ही, उनके डाइट में फल, सब्जियां और ताजे रसीले जूस को शामिल करना चाहिए। उन्हें बाहर जाने से पहले अच्छे से खाना खिलाना चाहिए।