Kedarnath Cloudburst : बुधवार देर रात उत्तराखंड में दो जगहों पर बादल फटने के बाद केदारघाटी में हाई अलर्ट जारी किया गया है। चारधाम यात्रा रोक दी गई है। साथ ही फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर लगाया गया है। भारी बारिश से केदारनाथ पैदल मार्ग को भारी नुकसान पहुंचा है। उधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गढ़वाल में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर प्रभावित लोगों से मुलाकात की। साथ ही हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सीएम ने देहरादून में राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र में पहुंचकर अधिकारियों से यथास्थिति की जानकारी ली।
केदारनाथ मार्ग पर भीमबली के पास का आज सुबह का एक वीडियो..तबाही का अंदाजा खुद लगा सकते हैं। सतर्क रहें, सावधान रहें। प्रशासन की गाइडलाइंस का पालन करें। #Kedarnath #FloodAlert pic.twitter.com/CQM1laOAi3
— Arjun Rawat (@teerandajarjun) August 1, 2024
बड़ी लिंचोली में एनडीआरएफ, डीडीआरएफ जवान श्रद्धालुओं को निकालने में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर गौरीकुंड और सोनप्रयाग लिनचोली में आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सड़क और पैदल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम पुष्कर सिंह धामी रुद्रप्रयाग में अतिवृष्टि से हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग से भीमबली के बीच पैदल मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को एसडीआरएफ की टीमों द्वारा दुर्गम पहाड़ी रास्तों से वैकल्पिक मार्ग बनाकर सुरक्षित निकाला जा रहा है। #Kedarnath #FloodAlert @uttarakhandcops @SdrfUttarakhand pic.twitter.com/KemLaISAed
— Arjun Rawat (@teerandajarjun) August 1, 2024
बता दें कि बुधवार रात को केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशाने से ऊपर पहुंच गया है। सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने देर रात गौरीकुंड और सोनप्रयाग बाजार को खाली करवा दिया। भारी बारिश से कई जगह जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। अलग-अलग हादसों में दस लोगों की मौत हो गई। भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के बीच चारधाम यात्रा भी बाधित है। दूसरी तरफ गंगोत्री हाईवे पर मलबा-बोल्डर आने से हजारों डाक कांवड़ फंस गए हैं।