तीरंदाज लाइव की टीम ने कुछ महीनों पर पहले रिवर्स पलायन पर बीएल मधवाल व उनकी पत्नी अनीता मधवाल की कहानी दिखाई व पढ़ाई थी। पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त बीएल मधवाल देहरादून की चमक धमक से दूर नैनीडांडा ब्लॉक में home stay चला रहे थे। जब उन्होंने यह बिजनेस शुरू किया था तो उस इलाके का उनका होम स्टे इलाके में एकमात्र था। कुछ महीनों में ही यह संख्या पांच-से सात हो गई। इनका कहना है कि पर्यटक इसे काफी पसंद करते हैं। क्योंकि उन्हें घर में बना पहाड़ का पारंपरिक भोजन भी मिल है। यह होटल के मुकाबले काफी किफायती भी है। उत्तराखंड में होम स्टे का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेशभर में करीब छह हजार होम स्टे संचालित हैं। इन्होंने पर्यटन विभाग में बकायदा रजिस्ट्रेशन कराया है। बताया जाता है कि इसके अलावा भी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ होम स्टे ऐसे भी चल रहे हैं जिन्होंने अपना पंजीकरण नहीं कराया है।
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प्रदेश भर में होम स्टे खोलने के नैनीताल जिला अव्वल है। इस जिले में अब तक 1084 होम स्टे बन चुके हैं। बतादें कि होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार वित्तीय सहायता देने के साथ ही पर्यटकों को दी जाने वाले आतिथ्य सेवाओं का प्रशिक्षण और मार्केटिंग की व्यवस्था भी करती है। होम स्टे खोलने में देहरादून जिला दूसरे और उत्तरकाशी जिला तीसरे स्थान पर है।
उत्तराखंड में होम स्टे का बढ़ रहा चलनप्रदेश में होम स्टे अब रोजगार का एक बड़ा माध्यम बन रहा है। दूरस्थ क्षेत्रों में इससे पर्यटकों को सस्ती दरों पर ठहरने की सुविधा और उत्तराखंड की संस्कृति, खानपान जानने का अवसर मिला है। होम स्टे से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। जानकार बताते हैं कि प्रदेश सरकार की ओर से दिया जाने वाला प्रशिक्षण बड़ा कारगर साबित हो रहा है। इससे लोग अच्छे तरीके से होम स्टे का संचालन कर पा रहे हैं। होमस्टे में बुकिंग के लिए पर्यटन विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। जिसमें पंजीकृत होम स्टे में बुकिंग के लिए संचालकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। इससे पर्यटक आसानी से इनके पास पहुंच पाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पर्यटन विभाग के निदेशक सुमित पंत कहते हैं, होम स्टे निर्माण प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। सरकार इसपर 15 लाख रुपये तक सब्सिडी भी दे रही है। जबकि ट्रैकिंग रूटों पर पर्यटकों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर योजना के तहत होमस्टे के मरम्मत कार्य के लिए 25 से 60 हजार तक सब्सिडी दी जा रही है।
- होम स्टे का जिलेवार विवरण
- अल्मोड़ा 496
- पौड़ी 289
- बागेश्वर 187
- पिथौरागढ़ 725
- चंपावत 154
- रुद्रप्रयाग 277
- चमोली 623
- टिहरी 348
- देहरादून 922
- यूएसनगर 13
- हरिद्वार 76
- उत्तरकाशी 739
- नैनीताल 1084
कुल- 5933