Munsiyari : केंद्र सरकार से लेकर प्रदेश सरकार के मंत्रियों तक, सभी हेलीसेवा सेवा शुरू करने का श्रेय लेने की होड़ में लगे रहते हैं। कहते हैं डबल इंजन की सरकार की वजह से यह सब संभव हो पाया है। लेकिन, जमीनी हकीकत यह है कि हेलीपैड पर मूलभूत सुविधाओं को घोर अभाव है। वॉशरूम में पानी नहीं आता। साथ ही यहां पर अगर आपको कुछ घंटों का इंतजार करना पड़ा तो पीने का पानी तक नहीं मिलेगा। बिजली के वायर बेतरतीब ढंग से फैले हुए हैं। अब सवाल यह उठता है कि इसकी जिम्मेदारी है किसकी। एविएशन कंपनी की या जिला प्रशासन, शासन की? यही पर बात आकर फंस जाती है।
मंगलवार को हेलीपैड पर इन समस्याओं से रूबरू हुए आकाशवाणी दिल्ली से सेवानिवृत्त हुए मनोहर सिंह रावत कहते हैं जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए। इनका कहना है कि जब हेलीसेवा की मांग लगातार बढ़ रही है तो प्रदेश सरकार को यहां पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। चाहे यह काम एविएशन कंपनी करे या जिला प्रशासन। लेकिन,ओवरऑल शासन की जिम्मेदारी बनती है। हालांकि, मनोहर सिंह रावत एविएशन कंपनी का शुक्रिया भी कहते है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार देखा है कि सिर्फ दो यात्रियों के लिए हल्द्वानी से हेलिकॉप्टर खाली आया और लेकर गया। यह अप्रौच सराहनीय है। लेकिन, यहां की अव्यवस्था पर शासन को संज्ञान लेना चाहिए। यहां पर सोलर लाइटें लगवाईं जा सकती हैं। हेलीपैड का सौंदर्यीकरण कराना चाहिए। आखिर यहां पर बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। अव्यवस्था के बारे में हेरिटेज एविएशन के सीएमडी रोहित माथुर से तीरंदाज लाइव ने पूछा तो उन्होंने कहा कि हेलीपैड पर व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है।
हवाई सेवा ने की छप्पर फाड़ कमाई
हेलीसेवा को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। चारधाम यात्रा के दौरान देखा गया कि यात्रा सीजन में सबसे बड़ी इकॉनोमी हेली सेवा की थी। इसकी मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मांग को देखते हुए ही नागरिक उड्डयन विभाग अगले यात्रा सीजन में देहरादून से ही केदारनाथ के लिए हेली सर्विस संचालित करने की योजना बना रहा है। इसके बावजूद इस तरह की अव्यवस्था होना समझ से परे हैं।
कानून व्यवस्था पर सवाल
मुनस्यारी से अस्सी के दशक में निकलकर देश की राजधानी में अलग मुकाम हासिल करने वाले मनोहर सिंह रावत कहते हैं काफी वर्षों बाद मुनस्यारी में इतने समय रुकना हुआ। यहां पर कानून व्यवस्था बड़ा मसला बन चुका है। यहां पर पर्यटकों की आवाजाही को देखते हुए कानून व्यवस्था बेहद कड़ी होनी चाहिए। लेकिन यहां पर ऐसा नहीं है। वह बताते हैं कि यहां पर सड़कों पर अराजकतत्व दिखाई देते हैं। सड़कों पर खुलेआम दारू पीते हुए दिखाई देंगे। ऐसे में टूरिस्ट यहां पर सेफ नहीं हैं। बतादें कि मनोहर सिंह रावत दिल्ली आकाशवाणी प्रमुख रह चुके हैं। कई वर्षों तक वह मन की बात का संयोजन भी किया। इसके अलावा जी-20 समेत कई आयोजनों में वह सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाए हैं।