Nikay Chunav : महीनों की गहमागहमी रविवार सुबह तक खत्म हो गई। 11 निगमों में से भाजपा ने 10 पर कब्जा जमा लिया है। एकमात्र श्रीनगर में मेयर पद पर निर्दलीय आरती भंडारी ने जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया है। ऋषिकेश सीट पर देर रात तक हंगामा होता है। पांचवें राउंड तक भाजपा के शंभू पासवान अपने निकटतम प्रतिद्वंदी निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश चंद्र मास्टर से 3605 वोटों से आगे थे। इसके बाद अंतिम राउंड का परिणाम आने में देरी हुई। इसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया।
- नगर निगमों में ये जीते
- अल्मोड़ा में भाजपा के अजय वर्मा
- हल्द्वानी से भाजपा के गजराज बिष्ट
- पिथौरागढ़ में भाजपा की कल्पना देवलाल
- देहरादून में भाजपा के सौरभ थपलियाल
- कोटद्वार में भाजपा के शैलेंद्र सिंह रावत
- रुद्रपुर से भाजपा का विकास शर्मा
- ऋषिकेश से भाजपा के शंभू पासवान
- काशीपुर से भाजपा के दीपक बाली
- रुड़की से भाजपा की अनिता देवी अग्रवाल
- हरिद्वार से भाजपा की किरण जैसल
- श्रीनगर में निर्दलीय आरती भंडारी
कांग्रेस का 11 सीटों पर खाता तक नहीं खुला। 2018 की बात करें तो कांग्रेस ने तब 2 सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी का स्कोर 5 था। इस बार बीजेपी को मेयर चुनाव दोहरी खुशी मिली है। अब 10 नगर निगम उसके कब्जे में हैं।
भाजपा की आशा उपाध्याय को 1639 मतों से हराया
पहली बार नगर निगम के लिए हुए चुनाव में श्रीनगर में निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी मेयर चुनी गई हैं। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी आशा उपाध्याय को 1639 मतों से पराजित किया। निर्दलीय आरती को 7959 व भाजपा प्रत्याशी आशा को 6320 मत मिले।
एक लाख से अधिक वोटों से जीते सौरभ थपलियाल