Cloudburst : पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मंगलवार रात बारिश में खूब कहर बरपाया। बीती रात चार जगह बादल फटे। जिले के करसोग क्षेत्र में दो जगह बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि कुछ लोग के लापता होने की आशंका है। घटना में कुछ घर व गाड़ियां बहने की सूचना है। मौके पर रेस्क्यू के लिए प्रशासन की टीम मुस्तैद है, लेकिन तेज बहाव के आगे टीम भी बेबस है। यहां 16 लोग सुरक्षित जगह शिफ्ट किए गए है। इनमें 12 बचे और 4 महिलाएं शामिल हैं। करसोग में पानी के तेज बहाव के बीच फंसे लोग मदद व बचाव को चिल्लाते रहे।
उधर, सराज क्षेत्र के कुकलाह के समीप 16 मेगावाट पटिकरी पावर प्रोजेक्ट के भी बहने की सूचना है। यहां एक पुल के साथ कुछ गाड़ियां भी बह गई। वहीं, पंडोह डैम से 1.57 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है। डैम में पीछे से 1.65 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है। डैम के पांचों गेट खोलने से पंडोह बाजार जलमग्न होने लग गया है। अफरा तफरी के बीच लोगों ने घर खाली कर दिए हैं। यहां एसडीआरएफ ने मोर्चा संभाला हुआ है। मंडी शहर में खड्ड व नाले उफान पर हैं और घरों व दुकानों में मलबा व पानी घुसने से भारी नुकसान रिपोर्ट हुआ है। इसी तरह धर्मपुर में भरैंड नाला उफान पर है। धर्मपुर बस अड्डा समेत घरों व दुकानों में पानी घुस गया है। भरैंड नाले के किनारे वाले घर खाली कर उन्हें सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट किया गया है। उधर, डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि स्थिति पर नजर है। रेस्क्यू के लिए टीमें जुटी हुई हैं।
उधर, उत्तराखंड के सिलाई बैंड के पास पूरी तरह बह चुकी सड़क और सात लापता मजदूरों को ढूंढने में मौसम बाधा बन रहा है। लगातार हो रही बारिश से सिलाई बैंड के समीप मलबा और पानी आने के कारण सड़क को दोबारा निर्माण करने में विभाग को परेशानी हो रही है। वहीं दूसरी ओर ओजरी के समीप भी सड़क बहने से गीठ पट्टी के कई गांव दूसरे दिन भी जनपद और तहसील मुख्यालय से कटे रहे। साथ ही स्यानाचट्टी में यमुना नदी में बन रही झील के पानी की निकासी के लिए सिंचाई विभाग को त्वरित कार्य करने को कहा। बीते शनिवार देर रात में हुई घटना में कुल 29 मजदूर प्रभावित हुए थे, जिसमें से 20 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जबकि दो मजदूरों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। बाकी 7 लापता मजदूरों की खोज लगातार की जा रही है।