Uttarakhand में आपदा की दोहरी मार पड़ी है। उत्तरकाशी के बाद अब पौड़ी जिले के थलीसैण विकास खंड के ग्राम सारसों चौथान में बादल फटने की घटना हुई है। सड़क किनारे नेपाली मजदूरों के टेंट पर बादल फटने से दस नेपाली मजदूर लापता हैं। हालांकि, ग्रामीणों ने कुछ मजदूरों को बचा लिया है। जानकारी के मुताबिक, इस क्षेत्र में सड़क किनारे कुछ नेपाली मजदूरों ने टेंट लगाकर अस्थाई रूप से डेरा डाल रखा था। अचानक आए भारी बारिश और बादल फटने से मलबा सीधे टेंटों पर गिरा। करीब 10 नेपाली मजदूर लापता बताए जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि ये सभी मलबे में दबे हो सकते हैं। हालात गंभीर हैं और प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। लगातार हो रही बारिश के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कतें आ रही हैं।
वहीं, पौड़ी के बरासी गांव में भूस्खलन से महिलाएं मलबे में दब गईं। सूचना यह भी मिल रही है कि एक महिला का शव बरामद किया जा चुका है। नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है। साथ ही भुस्खलन से कई मवेशी भी मलबे में दबकर अपनी जान गंवा चुके हैं। तेज बारिश के कारण गांव में भारी नुकसान पहुंचा। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से भी बारिश से हुए नुकसान की तस्वीरें सामने आ रही हैं।
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