Author: Arjun Singh Rawat

पत्रकारिता का लंबा करियर। एजेंसी,टीवी, अखबार, मैग्जीन, रेडियो और डिजिटल मीडिया का अनुभव। राष्ट्रीय मीडिया में 15 साल काम करने के बाद पहाड़ों का रुख। पहाड़ के मुद्दों पर खुलकर बोलने का दम। जमीन पर काम करने का जज़्बा और जुनून आज भी वैसा ही, जैसा पहले दिन था।

Ground Report: महिलाओं को उत्तराखंड की धुरी कहा जाता है। उनके बिना न तो इस राज्य की कल्पना की जा सकती है, न ही विकास, तरक्की और समृद्धि का सपना देखा जा सकता है। ऐसे में महिलाओं को विकास की मुख्यधारा में लाने, स्किल्ड बनाने और उनके लिए स्थायी आजीविका के उपाय करने के उद्देश्य से शुरू हुआ नाबार्ड (NABARD) का आजीविका एवं उद्यम विकास कार्यक्रम …यानी एलईडीपी। ये कोशिश है महिलाओं के सामूहिक सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की…। क्या कभी किसी ने कल्पना की थी कि पहाड़ों में अपने रोजमर्रा के कामकाज तक सीमित महिलाएं एक दिन फुटवियर बनाने…

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उत्तराखंड में Election Results वैसे ही रहे हैं, जैसा भाजपा उम्मीद कर रही थी। यहां पार्टी ने हैट्रिक लगाते हुए तीसरी बार सभी 5 सीटें जीती हैं। हरिद्वार से पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, पौड़ी से अनिल बलूनी और टिहरी से माला राज्यलक्ष्मी शाह ने शानदार जीत दर्ज की है। अल्मोड़ा से अजय टम्टा और नैनीताल लोकसभा से केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट रिकॉर्ड मतों से विजयी हुए हैं। हरिद्वार सीट से जीत दर्ज करने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए यह जीत कई तरह से खास है। मुख्यमंत्री के पद से हटने के बाद मीडिया और सियासी गलियारों में त्रिवेंद्र…

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उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में विकास कार्यों के न होने से नाराज लोगों ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) 2024 का बहिष्कार किया। इसमें एक इलाका ऐसा भी है, जहां के विकास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया जा रहा है। यही नहीं खुद पीएम मोदी ने अक्टूबर में यहां आकर शिव साधना की थी। बावजूद इसके यहां सिर्फ 15.5% मतदान हुआ। बात हो रही है पिथौरागढ़ की व्यास वैली की। यहां के पार्वती कुंड में पीएम मोदी के पूजा-पाठ की तस्वीरें दुनिया भर में वायरल हुई थीं। यहां से आदि कैलास के दर्शन की बड़ी योजना पर…

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low voting in Uttarakhand

साल 2004 के Lok Sabha Election में उत्तराखंड में 48.07 प्रतिशत मतदान हुआ था। साल 2009 में यह आंकड़ा बढ़कर 53.43 प्रतिशत तक पहुंचा। 2014 में एक लंबी छलांग के साथ मतदान का प्रतिशत 61.67 प्रतिशत पहुंच गया। 2019 में भी वोटिंग 61.50 प्रतिशत के आंकड़े के पास रहा।

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