Chardham Yatra 2025: इस बार तीर्थयात्रियों का उत्साह चरम पर है। मई में दर्शन का स्लॉट फुल हो गए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण उपलब्ध हैं। इस बार ऑनलाइन से आधार आधारित 60 प्रतिशत पंजीकरण किए जा रहे हैं। बाकी के पंजीकरण ऑफलाइन किए जाएंगे। बतादें कि पिछली बार ऑनलाइन पंजीकरण की सीमा 50 प्रतिशत रखी गई थी। इस बार इसे 10 फीसदी बढ़ाया गया है।
अब जब मई के ऑनलाइन स्लॉट फुल हो चुके हैं तो जिन तीर्थयात्रियों को मई में ऑनलाइन पंजीकरण उपलब्ध नहीं हो रहे हैं, उनके पास ऑफलाइन पंजीकरण का विकल्प है। इसके लिए 28 अप्रैल को सुबह सात बजे से पंजीकरण काउंटर खुलेंगे। उत्तराखंड सरकार भी अब युद्धस्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है। संबंधित विभाग के अधिकारी रोजाना मीटिंग कर कार्यों का जायजा ले रहे हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी चारधाम यात्रा से जुड़ी तैयारियों पर नजर बनाए हैं। घोड़ा-खच्चर की भी जांच की जा रही है। पशुपालन विभाग इन्हें टीका लगाने के साथ फिटनेस की भी जांच कर रहा है।
20 लाख पार हुआ ऑनलाइन बुकिंग का आंकड़ा
अब तक पंजीकरण का आंकड़ा 20 लाख पार कर हो गया है। इसमें केदारनाथ के लिए 6.82 लाख, बदरीनाथ के लिए 6.01 लाख, गंगोत्री के लिए 3.55 लाख, यमुनोत्री के लिए 3.24 लाख, हेमकुंड साहिब के 34633 तीर्थयात्री पंजीकरण कर चुके हैं। केदारनाथ व बदरीनाथ धाम की यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों में सबसे ज्यादा उत्साह है। केदारनाथ धाम के कपाट दो मई और बदरीनाथ धाम के कपाट चार मई को खुल रहे हैं। दोनों धामों की मई माह में यात्रा करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट फुल हो चुके हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने देश दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।
तैयार हो रहे ट्रांजिट कैंप
चारधाम के लिए ट्रांजिट कैंप की सभी कमियों को दूर किया जा रहा है। बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 28-28 बेड की चार डॉरमेट्री बनाई गई है। जिसमें कुल 112 बेड लगे हैं। ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में 40 सीसीटीवी कैमरों से चप्पे-चप्पे पर नजर रहेगी। कैंप में 350 वाहन पार्क हो सकेंगे। जो इलेक्ट्रिकल वाहन होंगे उन्हें चार्ज करने की सुविधा भी ट्रांजिट कैंप में मिलेगी।
बच्चों से लेकर बूढ़े तक…सब तैयार
चारधाम यात्रा को लेकर सिर्फ बुजुर्गां में ही उत्साह नहीं है। ऑनलाइन पंजीकरण के आंकड़े के मुताबिक, 0 से 15 वर्ष की आयु वर्ग में 1,11, 298 बच्चे पंजीकरण करा चुके हैं। जबकि 60 से ऊपर आयु वर्ग में 2.58 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। युवाओं में चारधाम यात्रा करने के लिए काफी उत्साह है। चारधाम यात्रा में हर साल तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ रही है। समय के साथ यात्रा का स्वरूप भी बदल रहा है। अब यात्रा में आने के लिए बच्चे, बूढ़े और जवान सब आतुर हैं।
जाम से मिलेगी राहत…फास्टैग से लिया जाएगा शुल्क
इस बार बदरीनाथ धाम में इको पर्यटक शुल्क फास्टैग से लिया जाएगा। इस व्यवस्था से धाम में जाम से मुक्ति मिल जाएगी। नगर पंचायत बदरीनाथ इसकी व्यवस्था करने में जुटा हुआ है। बदरीनाथ धाम में यात्रा के दौरान 1000 से अधिक छोटे-बड़े वाहन पहुंचते हैं। नगर पंचायत की ओर से बदरीनाथ के शुरुआत में स्थित देवदर्शनी नामक स्थान पर यात्रा वाहनों से इको पर्यटक शुल्क लिया जाता है। अभी तक नगर पंचायत के कर्मचारी क्यूआर कोड और कैस के माध्यम से शुल्क लेते थे। इसमें समय लग जाता है, जिससे वाहनों का जाम लग जाता है। जब वाहनों की आवाजाही अधिक हो जाती है तो जाम को खुलवाने में पुलिस के पसीने छूट जाते हैं। इस व्यवस्था को बदलने के लिए नगर पंचायत फास्टैग से शुल्क वसूलने की योजना बना रहा है।
