GHUGTYAL SIR के टिप्स : गणित को हमेशा से एक कठिन विषय माना जाता रहा है। हम अक्सर यह सुनते हैं कि फलां लड़का पढ़ने में ठीक है, बस गणित थोड़ी कमजोर है। अधिकांश बच्चों में गणित को लेकर डर समाया रहता है। उत्तराखंड में इस डर को दूर कर रहे हैं GHUGTYAL SIR। बागेश्वर में द दून स्कूल के गणित विभागाध्यक्ष चंदन सिंह घुघत्याल प्रदेश में बच्चों को गणित सीखने का आसान फार्मूला सीखा रहे हैं। डाइट बागेश्वर के डीआरजी (District Resource ग्रुप) में आयोजित सत्र घुघत्याल सर ने प्रतिभागियों को योग्यता आधारित शिक्षा (Competency Based एजुकेशन) (CBE) और योग्यता आधारित प्रश्न (Competency Based प्रश्न) (CBQ) बनाने के विषय में जानकारी दी। उन्होंने गणित अध्यापकों से कहा कि गणित के पठन-पाठन को रोचक और प्रभावी बनाने के लिए अनुभवात्मक शिक्षण विधि (Experiential Learning) और नवाचार को अपनाएं।
कार्यशाला में घुघत्याल सर ने कहा – वह खुद भी नए-नए तरीकों को सीखते हैं। इसके बाद बच्चों के साथ मिलकर विभिन्न विधियों से गणित को सरल और मजेदार बनाने की कोशिश करते हैं। इन दिनों घुघत्याल सर का गणितीय सीढ़ी का फार्मूला विद्यार्थियों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें इन्होंने पांच पायदान बताए हैं। 1-रुचि, 2- समझ, 3-अभ्यास, 4-प्रश्न हल करने की कला, 5-आत्मविश्वास।

घुघत्याल का कहना है कि इन पायदानों के सहारे छात्र न केवल अच्छे अंक ला सकते हैं, बल्कि गणित पढ़ाई को आनंददायक भी बना सकते हैं। उन्होंने CBE को रटने वाली पारंपरिक विधि का उत्कृष्ट विकल्प बताया। कहा कि यह नई शिक्षा नीति के युग में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है। साथ ही, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के इस नए युग में क्षमताओं का विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने ‘कार’ विधि (Context, Application, Reasoning) से प्रश्न बनाने की कला पर प्रकाश डाला, जिससे बेहतर ‘Competency Based प्रश्न’ बनाए जा सकते हैं। सत्र के दौरान उन्होंने बागेश्वर जिले से संबंधित कई गणितीय प्रश्न बनाए। उन्होंने सभी अध्यापकों से अपील की है कि वह अपने क्षेत्र से जुड़े प्रश्नों के माध्यम से बच्चों को शिक्षित करें, जिससे उनका गणितीय ज्ञानवर्धन हो सके। उन्होंने कहा कि बच्चों में गणित के प्रति डर को दूर करना जरूर है। यह इसी फार्मले से किया जा सकता है। डर दूर होते ही बच्चा गणित में अच्छा नंबर लाने लगेगा।
‘RUCSAC’ विधि अत्यंत उपयोगी
घुघत्याल सर ने प्रश्न हल करने की कला में ‘RUCSAC’ विधि को अत्यंत उपयोगी बताया, जिसमें प्रत्येक चरण समस्या समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने विस्तार से समझाया कि पहले R – Read में प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए, फिर U – Understanding के तहत उसकी गहराई से समझ बनानी चाहिए। इसके बाद, C – Choose में समस्या हल करने के लिए सही विधि का चयन किया जाता है, फिर S – Solve में चुनी हुई विधि से समस्या हल की जाती है। हल करने के बाद A Answer में सही उत्तर लिखा जाता है, और अंत में C – Check में पूरे समाधान और उत्तर की जांच की जाती है। इस विधि के माध्यम से छात्र बेहतर कौशल और आत्मविश्वास के साथ प्रश्न हल कर सकते हैं। घुघत्याल ने इसे गणित के प्रश्नों को हल करने का एक बेहतरीन तरीका बताया, जो न केवल उत्तर देने की क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि सोचने-समझने की शक्ति को भी मजबूत करता है। डाइट बागेश्वर के प्राचार्य डॉ. मनोज पांडेय और वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. बीडी पांडेय का आभार जताते हुए उन्होने कहा कि बागेश्वर के शिक्षकों संग संवाद करना बहुत अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने बागेश्वर से अपने जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि यहां कि नैसर्गिक सुंदरता और संघर्षों से वह भलीभांति परिचित हैं।