गणतंत्र दिवस पर खानपुर एमएलए उमेश कुमार के कार्यालय पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। आरोप पूर्व MLA चैंपियन पर है। इससे इलाके में काफी तनाव है। कई थानों की फोर्स इलाके में पहुंच गई है। फॉरेंसिक टीम ने विभिन्न स्थानों से गोलियों के निशान और अन्य साक्ष एकत्र किए हैं उनके निजी सहायक की ओर से सिविल लाइन कोतवाली में तहरीर दी गई है। विधायक समर्थक भी इकट्ठा होने लगे हैं। देहरादून में नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने कुंवर प्रणव सिंह उर्फ चैंपियन को हिरासत में ले लिया है।
एक दिन पहले यानी 25 जनवरी को विधायक उमेश सिंह भी कुंवर प्रणव सिंह के घर पर समर्थकों संग पहुंच गए थे। तब चैंपियन घर पर नहीं थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तब विधायक ने कहा था कि मर्द है तो इसी तरह वह उनके आवास पर आकर दिखाए। उस दौरान गाली-गलौच भी हुई थी। माना जा रहा है कि यह घटना उसी का जवाब है। चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवरानी सिंह ने भी कहा है कि उनकी सुनवाई पुलिस ने नहीं की। उनको अपना सम्मान बचाए रखने का हक है। कुल मिलाकर दोनों की अदावत ने इलाके में दहशत फैला रखी है।
हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने कहा कि पुलिस कार्रवाई कर रही है। वारदात के पीछे क्या कारण सबका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक चैंपियन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया है। वहीं, चैंपियन की तहरीर पर वर्तमान विधायक उमेश सिंह पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही दोनों पक्षों के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जा रही है। इसके अलावा दोनों पक्षों के समर्थकों पर भी केस दर्ज किया गया है। हरिद्वार एसएसपी का कहना है कि विधायक के गनर को वापस ले लिया गया है।
आह उत्तराखंड!
दोनों ही गलत, दोनों ही बेलगाम। यह गाली-गलौच, फायरिंग, दबंगई हमारा कल्चर नहीं है। उत्तराखंड के लोग सोचें क्या आने वाले दिनों में ऐसे दृश्यों को आम होने देना चाहते हैं। सवाल बड़ा है, एक बार गौर कीजिएगा। pic.twitter.com/T0HhqSFyvO— Arjun Rawat (@teerandajarjun) January 26, 2025

रविवार के घटनाक्रम के मुताबिक, दोपहर के समय खानपुर विधायक उमेश कुमार के आवास पर उनके समर्थक इमरान और प्रेम सिंह चौहान आदि बैठे हुए थे। आरोप है, इसी दौरान कई गाड़ियों में सवार होकर पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उनके समर्थक मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आवास पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और मिर्च पाउडर का स्प्रे कर दिया। इसके बाद चैंपियन और उनके समर्थकों ने पिस्तौल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिससे अफरा तफरी का माहौल बन गया।
तब तक खानपुर विधायक उमेश कुमार को किसी ने इस बात की सूचना दे दी। कुछ देर बाद विधायक भी वहां पहुंच गए। बताया जा रहा है कि वह भी बंदूक लेकर भागे और हंगामा कर दिया। जिसके बाद समर्थकों ने उन्हें संभाला। सूचना पाकर एसपी देहात और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। उधर, खानपुर विधायक ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है और उनके शस्त्र जब्त नहीं होते हैं। तब तक वह शांति से नहीं बैठेंगे।
25 जनवरी को खानपुर विधायक चैंपियन के आवास
बताते चलें कि एक दिन पहले ही पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन ने खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ अपने सोशल मीडिया अकाउंट से आपत्तिजनक पोस्ट की थी, जिसके बाद खानपुर विधायक उमेश कुमार ने भी फेसबुक लाइव आकर चैंपियन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। दोनों के बीच गालीगलौच तक हुई। खानपुर विधायक उमेश कुमार 25 जनवरी को कुंवर के रुड़की और लंढौरा स्थित आवास भी पहुंचे थे। इसके बाद मामला बढ़ता चला गया। दोनों के बीच रंजिश चरम पर पहुंच गई। नतीजतन, इलाके मे जमकर फायरिंग हुई। लोग इससे दहशत में है।
विवादों से पुराना नाता है चैंपियन का

खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन (Kunwar Pranav Singh Champion) विवादों से पुराना नाता रखते हैं। तमंचे पर डिस्को करने से लेकर पत्रकारों से बदसलूकी तक उनके कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। 2019 में उन्हें भाजपा से निकाला जा चुका है।
मार्च 2016 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ा और भाजपा में शामिल हो गए, फिर भी वह लगातार विवादों में रहे। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के मध्य छिड़ी रही जुबानी जंग ने पार्टी को असहज कर दिया था। मामले की जांच हुई, लेकिन जब तक इस पर कोई कार्रवाई होती। विधायक चैंपियन ने दिल्ली में पत्रकारों संग बदसलूकी कर डाली। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में खूब उछला।
इस पर पार्टी ने उन्हें तीन माह के लिए निलंबित कर दिया था। इस प्रकरण को हुए अब कुछ ही समय बीता था कि सोशल मीडिया पर चैंपियन का एक और वीडियो वायरल हो गया। इसमें वह एक पार्टी के दौरान शराब पीते व हथियार लहराते नजर आए थे। वीडियो में वह उत्तराखंड को लेकर अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणी भी कर रहे थे। इस मामले से असहज हुई भाजपा ने जुलाई 2019 में ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए। फिर आखिर में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
25 जनवरी की रात उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ चैंपियन के कार्यालय और लंढौरा महल के बाहर पहुंचे थे। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। रविवार दोपहर कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ उमेश कुमार के कार्यालय पर पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग कर दी है। इसको लेकर तनाव हो गया है।
