NABARD Foundation Day : नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट यानी नाबार्ड ने राष्ट्र सेवा के 43वें वर्ष में प्रवेश कर लिया है। नाबार्ड के उत्तराखंड क्षेत्रीय कार्यालय में स्थापना दिवस समारोह हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान किसानों की आय दोगुनी करने के साथ नाबार्ड के सफल कार्यक्रमों की गति बनाए रखने का संकल्प लिया गया। आईटी पार्क, सहस्त्रधारा रोड स्थित नाबार्ड कार्यालय में अतिथि के तौर पर कैबिनेट मंत्री कृषि-उद्यान गणेश जोशी, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट मौजूद रहे।
मुख्य महाप्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट ने नाबार्ड की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और चार दशकों के दौरान देश के कृषि और ग्रामीण विकास के लिए समर्पित नाबार्ड के योगदान और उत्तराखंड में नाबार्ड द्वारा क्रियान्वित परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कृषि और ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए नाबार्ड का आभार व्यक्त किया। उन्होंने नाबार्ड के सहयोग से मिलेट्स के उत्पादन और जैविक खेती के संवर्धन पर जोर दिया। कहा कि कृषि एवं बागबानी के क्षेत्र में अपार संभावनाओं को देखते हुए किसानों की आय दोगुनी करने के लिए नाबार्ड निरंतर प्रयास करे। कार्यक्रम में चलचित्र के माध्यम से नाबार्ड के 42 वर्षों की गौरवमय यात्रा दिखाई गई। उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में एक संक्षिप्त प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।
तीरंदाज लाइव के साथ बातचीत में मुख्य महाप्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट ने किसानों की आय दोगुनी करने के संबंध में बताया कि इस दिशा में नाबार्ड काफी काम कर रहा है। उन्होंने एक्सपोजर विजिट को काफी कारगर बताया। दरअसल, इस योजना के तहत किसानों को बाहर लेकर जाया जाता है। इसे अंग्रेजी में कहते हैं सीइंग इज बिलीविंग। उन्हें दिखाया जाता है कि बाहर कैसे उन्नत खेती की जाती है। किसानों को पड़ोसी राज्य हिमाचल में ले जाया जाता है। जहां पर हॉर्टिकल्चर में बहुत बड़ा रेवोल्यूशन हुआ है। मुख्य महाप्रबंधक के मुताबिक, हम कोशिश करते हैं कि हर साल हर जनपद से कम से कम दो या तीन इस प्रकार के एक्सपोजर विजिट हो जाए। जिससे हमारे किसान जिसमें महिलाएं भी होती हैं, वो बाहर जाकर देख सकें कि क्या-क्या बदलाव हो रहा है। कैसे उन्नत खेती हो रही है। कैसे सेब की खेती कैसे की जाती है। नए-नए पॉली हाउसेस तैयार हो रहे हैं। सब्जियों का उत्पादन कैसे हो रहा है।
कार्यक्रम के अंत में नाबार्ड के महाप्रबंधक पंकज यादव ने कार्यक्रम के दौरान उठाए गए विभिन्न कार्यबिन्दुओं पर नाबार्ड की ओर से उचित प्रयास करने का आश्वाशन दिया। इस समारोह में डॉ. सुरेंद्र नारायण पांडेय, सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग, अरविंद कुमार, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक, डॉ. मनमोहन सिंह चौहान, कुलपति, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, निदेशक कृषि, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग, महाप्रबंधक, पंजाब नैशनल बैंक, उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, अध्यक्ष, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, प्रबंध निदेशक, उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक, सहायक महाप्रबंधक, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, सहायक महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, प्रेमचंद शर्मा, प्रगतिशील कृषक, एनजीओ, एफपीओ के प्रतिनिधि एवं नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी मौजूद रहे।