Pod Taxi In Dehradun : उत्तराखंड की राजधानी में आने वाले समय में Pod Taxi की सुविधा मिल सकती है। इसके लिए कवायद शुरू हो चुकी है। बताया जा रहा है कि डीपीआर बनाने के लिए बुनियादी सर्वे का काम पूरा हो चुका है। अगर ऐसा होता है तो देहरादून समेत राज्य के कई शहरों में परिवहन सेवाओं की तस्वीर बदल सकती है। बतादें कि देश में अभी तक पोड टैक्सी की सुविधा शुरू नहीं हुई है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के नोएडा में इसे चलाने की मंजूरी मिल चुकी है। अगर सब कुछ सही रहा तो 2026 के अंत तक जेवर एयरपोर्ट से नोएडा के सेक्टर 21 तक Pod Taxi का संचालन शुरू हो जाएगा। इसके लिए एक कॉरिडोर तैयार किया जाना है। ऐसे में देहरादून में अभी से पोड टैक्सी के संचालन की तैयारी करना महत्वपूर्ण है।
दरअसल, देहरादून में पिछले आठ-नौ वर्षों से नियो मेट्रो के लिए कसरत हो रही है। 2016-17 में उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन का गठन किया गया। इस उम्मीद के साथ की बाकी देश के शहरों की तरह यहां के लोग भी मेट्रों की सवारी कर सकें। सात साल बाद भी इस मामले में कुछ नहीं हो पाया। इस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार के भरोसे छोड़कर अब कारपोरेशन के अधिकारी पाड टैक्सी के प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ने लगे हैं। बताया जा रहा है कि Pod Taxi का संचालन क्लेमेनटाउन से बल्लीवाला गांधी पार्क से आइटी पार्क और पंडितवाड़ी से रेलवे स्टेशन के बीच होगा।

क्या है पोड टैक्सी
पॉड टैक्सी ऐसे इलेक्ट्रिक वाहन होते है, जो बिना ड्राइवर के चलते हैं। दरअसल ये छोटी आटोमेटिक कारें होती हैं जिन्हें कुछ यात्रियों को बहुत तेज गति से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए डिजाइन किया जाता है। 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली इस टैक्सी को सोलर एनर्जी से भी चलाया जा सकता है। इन्हें जमीन से ज्यादा से ज्यादा 5-10 मीटर की ऊंचाई पर ही चलाया जाता है।
नियो मेट्रो के डीपीआर के लिए 1650 करोड़ रुपये की मंजूरी का इंतजार
बताया जा रहा है कि नियो मेट्रो की फाइल केंद्र सरकार के पास जनवरी 2022 से ही जमा है। इसे मंजूरी का इंतजार है। अब जब लोकसभा चुनाव बीत चुका है तो माना जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया है। उम्मीद भी धूमिल पड़ती जा रही है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि कारपोरेशन के अधिकारी दून में पाड टैक्सी के नए प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ने लगे हैं।
यह होंगे फीडर लाइन के रूट
क्लेमेनटाउन से बल्लीवाला 7.65 किमी
गांधी पार्क से आइटी पार्क 6.22 किमी
पंडितवाड़ी से रेलवे स्टेशन 4.62 किमी
बड़ा सवाल, क्या कागजों तक ही सीमित रहेगी यह कवायद
उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन के अधिकारी नियो मेट्रो के इंतजार में खाली नहीं बैठ सकते हैं। फिर भी सवाल यह है कि क्या कारपोरेशन सिर्फ विकल्पों पर कागजी करवाई तक सीमित रहेगा। या फिर कोई ठोस कदम उठाएगा।