
2017 में सेवानिवृत्त हुए रुद्रप्रयाग जिले के निवासी रियर एडमिरल ओमप्रकाश राणा को केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की विशेष मूल्यांकन समिति (उद्योग-द्वितीय) में सदस्य नामित किया गया है। यह कमेटी देश में आधारभूत संरचना, औद्योगिक, खनन और विकास परियोजनाओं के पर्यावरणीय प्रभाव का मूल्यांकन कर सरकार द्वारा मंजूरी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उनके नामित होने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी है। रियर एडमिरल ओमप्रकाश राणा डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के साथ पृथ्वी मिसाइल प्रोजेक्ट में काम किया है। उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए चीफ ऑफ नेवल स्टाफ और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ द्वारा प्रशस्ति पत्रों तथा महामहिम राष्ट्रपति द्वारा अति विशिष्ठ सेवा मेडल तथा विशिष्ठ सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है।
रियर एडमिरल ओमप्रकाश राणा की प्रारंभिक शिक्षा रुद्रप्रयाग के ग्राम पिल्लू में हुई थी। राजकीय महाविद्यालय गोपेश्वर से विज्ञान में परास्नातक करने के बाद उन्होंने वर्ष 1981 में नौ सेना में कमीशन प्राप्त किया। नौ सेना में 36 सालों तक सेवा देने के बाद वह महानिदेशक, नौ सेना आयुध निरीक्षण के पद से वर्ष 2017 सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने ब्रह्मोस एयरोस्पेस के अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइल के उत्पादन कारखाने को स्थापित करने में योगदान दिया। वर्तमान में वह अपने अनुभवों को जनता और खासकर विद्यार्थियों के सामाजिक, तकनीकी, वैज्ञानिक व आजीविका प्रबंधन में साझा करते हैं।