उत्तराखंड की जनता ने अपना फैसला 19 अप्रैल को पहले चरण के चुनाव में दे दिया था। यह फैसला ईवीएम में बंद है। इसे चार जून को सुनाया जाएगा। Lok Sabha Elections 2024 में किसके दावों पर जनता जनार्दन ने भरोसा जताया है, यह चार जून को सुबह आठ बजे से ही पता चलने लगेगा। चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतगणना करने वाले कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। पार्टियों ने भी एजेंटों को तैयार कर लिया है। काउंटडाउन शुरू हो चुका है। इंतजार बस चार जून का है।
Lok Sabha Election 2024: जनता और जमीनी मुद्दों से दूरी कम वोटिंग की वजह!
बतादें कि सबसे पहले टिहरी और नैनीताल लोकसभा सीट का परिणाम आ जाएगा। गढ़वाल और अल्मोड़ा का परिणाम पोस्टल बैलेट की गिनती की वजह से और हरिद्वार लोकसभा का परिणाम राउंड बढ़ाने की वजह से देर से आएगा। कुल 334 टेबल पर ईवीएम से काउंटिंग होगी, जबकि पोस्टल बैलेट की जिम्मेदारी संभालने के लिए 884 टेबल लगेंगे, जिनमें प्रत्येक पर एक एआरओ तैनात होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने मीडिया में बयान जारी कर बताया कि मतगणना चार जून को सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी।
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उन्होंने बताया कि आठ बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी, जबकि साढ़े आठ बजे से ईवीएम की काउंटिंग भी शुरू हो जाएगी। टिहरी और नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा में पोस्टल बैलेट कम होने की वजह से सबसे पहले दोपहर एक से दो बजे के बीच इनका परिणाम आ जाएगा। हरिद्वार लोकसभा सीट के लिए मतगणना में कक्ष छोटा है। इसलिए यहां कम टेबल पर मतगणना होगी। इस कारण यहां 22 राउंड तक गिनती चलेगी। यहां का परिणाम राज्य में सबसे आखिरी में आएगा। अल्मोड़ा और गढ़वाल लोकसभा सीट में ज्यादा पोस्टल बैलेट हैं इसकी गिनती में समय लगेगा। माना जा रहा कि इन दोनों सीटों का परिणाम शाम चार बजे तक आ जाएगा। प्रदेश में करीब एक लाख पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए हैं। राज्य में करीब 58 फीसदी वोटरों ने मतदान किया है।

किस सीट पर कितने मतदाता, कितना मतदान
सीट मतदाता मतदान प्रतिशत
हरिद्वार 20,08,062 63.53
नैनीताल 19,86,797 62.47
टिहरी 15,59,234 53.76
गढ़वाल 13,58,703 52.42
अल्मोड़ा 13,30,627 48.74
काउंटिंग के लिए कंट्रोल रूम बनाएगी भाजपा
मतगणना की मॉनिटरिंग के लिए भाजपा प्रदेश कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित करेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को निर्देश दिए कि वे पोलिंग एजेंटों व मतगणना प्रभारियों के नाम तय कर जिम्मेदारी सौंप दें।
अब तक अधिकतर एग्जिट पोल रहे सटीक
एक जून को आखिरी चरण का मतदान होने के बाद एग्जिट पोल आने शुरू हो जाएंगे। लोगों को बेसब्री से इसका इंतजार है। बतादें कि उत्तराखंड को लेकर अब तक अधिकतर एग्जिट पोल सटीक साबित हुए हैं। 2019 में मतगणना से पहले मीडिया के एग्जिट पोल में उत्तराखंड की पांच सीटों पर जो अनुमान लगाया वो बेहद सटीक रहा।
कांग्रेस और भाजपा में मुकाबला
उत्तराखंड दो मंडलों में बंटा हुआ है। गढ़वाल और कुमाऊं। मैदानी इलाकों में खासकर हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में बहुजन समाज पार्टी का भी प्रभाव रहा है। यहां से पार्टी के विधायक भी चुने जाते रहे हैं। जबकि अन्य तीनों सीटों पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच में ही है। हालांकि, पिछले चुनाव में यहां बसपा कुछ खास नहीं कर सकी थी।