21 फरवरी को Uttarakhand विधानसभा में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल की पहाड़ियों को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। गैरसैंण में बुलाई गई स्वाभिमान रैली में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। सभी वित्त मंत्री के बयान का विरोध कर रहे हैं। इस रैली से पहले जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण का एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान दिया गया बयान वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहे हैं, कोई नेता-अभिनेता पहाड़ का अपमान करे, बर्दाश्त नहीं करेंगे। पहाड़ियों के सब्र को परखने की कोशिश न करें। हमारी विनम्रता कायरता का सूचक नहीं।
पहाड़ जब रुठदू त मुसीबत बणि टूटदू..#प्रेम_चंद्र_अग्रवाल_विवाद में कूदे पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, बोले, कोई नेता-अभिनेता पहाड़ का अपमान करे, बर्दाश्त नहीं करेंगे। पहाड़ियों के सब्र को परखने की कोशिश न करें। हमारी विनम्रता कायरता का सूचक नहीं। #pritambhartwan pic.twitter.com/CZqdbCusGs
— Arjun Rawat (@teerandajarjun) March 6, 2025
बतादें कि लोकगायक गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने भी इस टिप्पणी के विरोध में छह मार्च को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के रामलीला मैदान में बुलाई गई स्वाभिमान रैली का समर्थन किया था। उन्होंने एक वीडियो जारी कर लोगों से इस रैली में शामिल होने और अपने स्वाभिमान को बचाने के लिए आगे आने की अपील की थी। रैली में शामिल लोग वित्त मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।