Author: teerandaj

स्याही खत्म हो गई मां लिखते-लिखते उसके प्यार की दास्तान इतनी लंबी थी Uttarakhand : शुक्रवार की दोपहर जब बचावकर्मी चमोली के नंदानगर क्षेत्र में आपदाग्रस्त कुंतरी लगा फाली गांव में हजारों टन मलबे में दबे कुंवर सिंह के मकान तक पहुंचे तो उनकी आंखें भीग गईं। एक मां अपने बच्चों को बचाने के लिए किस कदर कुदरत से संघर्ष की थी, वह संघर्ष लोगों की आंखों में तैरने लगा। कुंवर सिंह की पत्नी कांता देवी (38) एक भारी पत्थर के नीचे दबी थीं। एक हाथ में एक बच्चा दूसरे में दूसरे बच्चे को अपने सीने से लगाए हुए थी।…

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डा. तेजपाल सिंह बिष्ट/डा. लक्ष्मी रावत कृषि एवं बागवानी के अतिरिक्त उत्तराखंड की वन संपदा भी इसके लिए वरदान है। पर्यावरण, मृदा संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के परिपेक्ष्य में भी इनका बहुत महत्व है। परंतु आज कई प्राकृतिक एवं मानव जनित कारणों से उपजी वनाग्नि व जलवायु परिवर्तन के कारण पारिस्थिकी तंत्र में विपरीत बदलाव आ रहे हैं। इन बदलावों से प्रदेश की जैव विविधता परोक्ष रूप से प्रभावित हो रही है जो राज्य के समक्ष भविष्य में भयावह संकट उत्पन्न कर सकती है। उत्तराखंड में आज भी पुरानी जीविका कृषि पद्धति प्रचलित है जिसे आम बोलचाल में व्यावहारिक कृषि…

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Uttarakhand High Court news

Court News : जनप्रतिनिधियों पर आपराधिक मामलों की सुनवाई लटकने पर उत्तराखंड हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने साफ किया कि सांसदों और विधायकों के मामलों की सुनवाई तेज़ी से होनी चाहिए, वरना जनता का भरोसा न्याय व्यवस्था से उठ सकता है। देहरादून निवासी एडवोकेट विकेश सिंह नेगी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए खंडपीठ ने राज्य सरकार से 26 सितंबर तक स्पष्ट जवाब दाखिल करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने 2023 में दिए थे विशेष अदालतें बनाने के आदेश देहरादून निवासी एडवोकेट विकेश सिंह नेगी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की कि सांसदों…

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आपदा, तीन अक्षरों का शब्द। लेकिन, यह शब्द इस वर्ष Uttarakhand के लोगों की पीड़ा बयां करने में नाकाफी साबित हो रहा है। आपदा के बाद रोते-बिलखते लोग, जो अपनी पीड़ा भी नहीं व्यक्त कर पा रहे हैं। रात और भोर में प्रकृति के रौद्र रूप ने सबको हिला कर रख दिया है। धराली-थराली, सहस्त्रधारा और एक दिन बाद चमोली। इसके अलावा भी प्रदेश में कई स्थानों पर भुस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाएं हुईं। घर-दुकान और सड़के तो तिनके की तरह पानी के साथ बह जा रही हैं। अब तक सौ से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके…

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सहस्रधारा आपदा :  इस वर्ष मानसून ने उत्तराखंड को बहुत गहरा जख्म दिया है। धराली-थराली से लोग उबरे नहीं थे कि जाते-जाते मानसून से सहस्त्रधारा में एक और जख्म दे दिया। अब तक अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें छह मृत लोग प्रेमनगर अस्पताल में परवल क्षेत्र से लाए गए। सहस्त्रधारा से बह कर आए तीन मृत कोरोनेशन अस्पताल में रखे गए। और एक की मौत नया गांव क्षेत्र में हुई है। तमसा नदी उफान पर है। इसके साथ ही ऐतिहासिक टपकेश्वर महादेव मंदिर भी जलमग्न हो गया। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।…

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Uttarakhand में प्राकृतिक आपदाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। धराली-थराली के सोमवार की रात देहरादून के सहस्त्रधारा में भारी बारिश के बाद बादल फटने से भारी तबाही मची है। कई दुकानें और होटल पानी के तेज बहाव में बह गए हैं। प्रभावित इलाकों की तस्वीरों में तबाही का मंजर साफ दिखाई दे रहा है। प्रशासन किसी तरह प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। मालदेवता में पुल की एप्रोच रोड टूट गई है। उफनाई नदियों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी उफान पर है। एसडीआरएफ ने नदी में फंसे तीन लोगों को…

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#MyModiStory – 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन को खास बनाने की तैयारी चल रही है। उनके जन्म दिन से 2 अक्टूबर तक भाजपा शासित राज्यों में सेवा पखवाड़ा चलेगा। भाजपा नेता पीएम मोदी के साथ बिताए पलों और उनके योगदान को अपने-अपने तरीके से याद कर रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी के साथ के एक अनुभव को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है। सीएम धामी ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, ‘#MyModiStory मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली को करीब से देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।…

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Uttarakhand में विधानसभा चुनाव 2027 में हैट्रिक बनाने की जिम्मेदारी भाजपा ने युवा चेहरों को सौंपी है। लगातार तीसरी बार सरकार गठन को ध्यान में रखकर संगठन का विस्तार किया  गयाहै। इस बहु-प्रतीक्षित विस्तार में महिलाओं-युवाओं पर अधिक भरोसा जताया गया है। जातिगत संतुलन को भी ध्यान में रखा गया है। लंबे मंथन के बाद संतुलन के साथ भाजपा की नई टीम घोषित की गई। इसमें पहाड़-मैदान के संतुलन के साथ ही सांसदों की हिस्सेदारी भी नजर आई है। संगठन में राष्ट्रीय स्तर पर सेवा दे रहीं दीप्ति रावत, डा. स्वराज विद्वान के साथ नेहा जोशी को राज्य में जिम्मेदारी…

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डा. तेजपाल सिंह बिष्ट/डा. लक्ष्मी रावत Integrated Farming : पहाड़ी राज्य होने के बाद भी उत्तराखंड में खेती का इतिहास बेहद समृद्ध रहा है। मानव, कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं वनों के बीच में अदिकाल से ही पारस्परिक संबंध रहा है क्योंकि यह एक-दूसरे के पूरक हैं। हिमालय क्षेत्र में बसा उत्तराखंड बहुमूल्य प्राकृतिक संपदाओं से संपन्न है। यह देवभूमि प्राकृतिक नैसर्गिक सोंदर्य एवं वनसंपदा से भरपूर है जिसमें जल, जंगल और जमीन प्रमुख संपदा हैं। वनों और कृषि का राज्य के आर्थिक विकास से ही नहीं, मानव जीवन के साथ भी गहरा नाता है, लेकिन पिछले दो-तीन दशकों में कृषि…

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India Space Missions : 22 अगस्त को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने दिल्ली में भारत मंडपम में भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस) का मॉड्यूल दिखाया। भारत 2028 तक बीएएस का पहला मॉड्यूल लांच करने की प्लानिंग कर रहा है। 2035 तक भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जिनके पास अंतरिक्ष में प्रयोगशाला यानी ऑर्बिटल लैबोरेटरी है। अभी अंतरिक्ष में केवल दो ऑर्बिटल लैब हैं। पहला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन आईएसएस और दूसरा चीन का तियांगोंग स्पेस स्टेशन। आईएसएस को पांच देशों की अंतरिक्ष एजेंसियां मिलकर चलाती हैं। भारत का लक्ष्य 2035 तक अपना स्टेशन बना लेने का है।…

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पार्थसारथि थपलियाल हिंदी केवल भाषा नहीं, यह न्याय तक पहुंच का सेतु है। संविधान सभा ने 14 सितंबर,1949 को अनुच्छेद 343 (1) के अंतर्गत हिंदी को भारत संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। लक्ष्य रखा था कि संविधान लागू होने के दिन से 15 वर्षों के अंदर हिंदी को देश में पूर्णतः राजभाषा के रूप में काम में लाया जाएगा। संविधान को अंगीकार किए 76 वर्ष हो गए हैं, किंतु न्यायालयों और पुलिस व्यवस्था में आज भी विदेशी शब्दों का बोलबाला है। जब तक अदालत की भाषा जनता की भाषा नहीं बनेगी, तब तक न्याय का लोकतंत्रीकरण…

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नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रहीं सुशीला कार्की शुक्रवार को नेपाल की पहली अंतरिम महिला प्रधानमंत्री बन गई हैं। सुशीला कार्की को राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने रात करीब साढ़े आठ बजे पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके नाम पर मतभेदों की खबरों के बीच शुक्रवार शाम तक सहमति बन गई थी। केपी ओली जो भारत विरोधी रुख की वजह से भी जाने जाते हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर बैन लगाकर आंदोलन को हवा दी। नतीजतन उन्हें इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा। हिंसक प्रदर्शनों में नेपाल में जगह-जगह आगजनी हुई। पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शन और उससे जुड़ी अलग-अलग घटनाओं…

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू से भेंट कर राज्य में विमानन क्षेत्र के विकास, हवाई सम्पर्क में सुधार एवं पर्यटन को नई गति देने से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। सीएम धामी ने राज्य को विमानन क्षेत्र में मिले सहयोग के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री का प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त किया। उन्होंने विशेष रूप से प्रदेश के हवाई अड्डों पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अम्ब्रेला ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के अंतर्गत कियोस्क स्थापित किए जाने की पहल की प्रशंसा…

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Uttarakhand : नवरात्र और त्योहारी सीजन को देखते हुए प्रदेश सरकार ने उपभोक्ताओं की सेहत को प्राथमिकता देते हुए बड़ा कदम उठाया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए)अलर्ट मोड पर आ गया है। विभाग की ओर से प्रदेशभर में कुट्टू के आटे की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। एफडीए आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि नवरात्र के दौरान उपवास में व्यापक रूप से प्रयुक्त होने वाले कुट्टू के आटे को अब बिना लाइसेंस और पंजीकरण के नहीं बेचा जा सकेगा। कुट्टू का आटा केवल पैकिंग में ही बेचा जाएगा, ताकि उपभोक्ताओं…

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पार्थसारथि थपलियाल भारत के लोकतांत्रिक जीवन में हाल के वर्षों में कई घटनाएं ऐसी घटी हैं जिन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया है कि बाहरी शक्तियां और आंतरिक अवसरवादी तत्व मिलकर अराजकता फैलाने का प्रयास करते हैं। श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल जैसे पड़ोसी देशों में युवाओं की नाराजगी को भड़काकर जिस तरह व्यवस्था को अस्थिर किया गया और फ्रांस जैसे परिपक्व लोकतंत्र में भी सड़क की राजनीति ने सरकार को चुनौती दी, उससे यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि यह सब संयोग है या प्रयोग। भारत के संदर्भ में यह प्रश्न और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि अमेरिका के…

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Obesity Problem :  अब तक पतले बच्चे को देखकर मन में ख्याल आता था कि बच्चे को उचित पोषण नहीं मिल रहा है। इसलिए वह कुपोषण का शिकार है। लेकिन, यूनिसेफ की एक रिपोर्ट बताती है कि मानव इतिहास में ऐसा पहली बार है जब मोटे बच्चों की संख्या कम वजन वाले बच्चे से ज्यादा हो गई है। रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में बच्चों की सबसे बड़ी चुनौती सिर्फ कुपोषण नहीं रह गई। मोटापा (Obesity) उससे बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इसका सबसे बड़ा कारण है जंक फूड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड। यह कुपोषण का नया चेहरा है। यूनिसेफ की…

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